
दैनिक गौड़ की आवाज व्युरो चीफ अयोध्या डा दिनेश तिवारी
अयोध्या नन्दी ग्राम भरतकुंड के प्राचीन मंदिर पर चल रहे 27 वें वार्षिक राम कथा में गोकुल भवन के आए संत आचार्य लक्ष्मीकांत द्वारा तीसरे दिन प्रभु राम की कथा में राम जन्म उत्सव के रूप में लोगों को कथा श्रवण करवाने का कार्य अपनी अमृत मई वाणी से की है।उक्त कथा को श्रवण करवा रहे आचार्य लक्ष्मी कान्त व्यास पीठाधीश्वर ने बताया कि पृथ्वी- ब्रह्मा आदि देवताओं की प्रार्थना को स्वीकार कर प्रभू ने कश्यप -अदिति के मनु सतरूपा के तपस्या मे पाये वरदान को पूर्ण करने पृथ्वी पर बढ़ते पापियों के भार से दूर करने को जन्मे प्रभु राम को अयोध्या के राजा दशरथ के यहां माता कौशल्या की गोद में प्रगट होना कहा है। उक्त संगीत मई कथा को मृदुभाषी महाराज जी से श्रवण कर रहे भक्त गण भक्ति के रस से सराबोर रहे। प्रभु के जन्म होने पर जन्मे आज रघुरईया ,अवध में बाजे बधाईयां ! गीत को तबले पर संगत कर रहे शिवम मिश्रा अरगन पर आशीष देव द्वारा इस तरह से गीत को प्रस्तुत किया की उपस्थित जनसमूह में अच्छी संख्या में भक्तगण खड़े होकर के प्रभु के जन्म पर नृत्य करने के लिए मजबूर होते देखे गए हैं। वही कथा की शुरुआत पर व्यास पीठ पर विराजमान आचार्य लक्ष्मीकांत जी महाराज की पूजा पाठ करने का कार्य मंदिर के प्रशासक अरविंद तिवारी अपने पत्नी के साथ व्यास पीठ पर बैठे महाराज जी का पूजा पाठ करवाने में प्रथम बेला 8:बजे से 12: बजे तक होने वाली यज्ञ के यज्ञाचार्य हरिकृष्ण शास्त्री द्वारा मंच की पूजा करवाई गई है। उक्त कथा को श्रवण करने क्षेत्रीय भक्तगणों के साथ चुनाव को देखते हुए तमाम पार्टी के प्रत्याशी और समर्थक भी अपने अमूल्य समय को देकर तथा मंदिर में माथा देखकर आशीर्वाद लेते हुए जाते हैं।