सीता राम विवाह सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी देवरिया

सीता राम विवाह सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी देवरिया
भाटपार रानी देवरिया बनकटा थाना क्षेत्र के रुस्तम बहियारी कोठिलवां में चल रहे संगीत मय राम कथा के छठवें दिन सीता विवाह का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गये हो गये। मानस मर्मज्ञ कथा वाचिका प्रियंका सीता राम विवाह का कथा सुनाते हुए कहा कि राजा जनक के दरबार में शिव का धनुष रखा गया था।एक दिन सीता ने धनुष उठाकर दूसरी जगह रख दिया।उसे देख कर राजा जनक आश्चर्यचकित हो गये क्यों कि वह धनुष किसी से उठता नहीं था।जनक ने उसी दिन प्रतिज्ञा किया की जो इस धनुष का प्रत्यंचा चढ़ायेगा उसी से सीता का विवाह होगा। सीता के स्वयंवर की तिथि निर्धारित कर सभी राजा महाराजाओं को निमंत्रण भेजा। स्वयंवर में उपस्थित सभी ने एक एक कर धनुष उठाने की कोशिश की लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली। गुरु से आज्ञा लेकर श्रीराम धनुष को उठाकर प्रत्यंचा चढ़ाने लगे तो वह टूट गया। इसके बाद धूमधाम से सीता और राम का विवाह हुआ। जैसे ही सीता ने वर माला डाली वैसे ही देवता गण फूलों की वर्षा करने लगे।इसी क्रम कथा वाचिका के द्बारा प्रस्तुत भजन पर श्रदालु खुब झूम उठे।पूरा पंडाल जयकारे से गुज उठा।