डीएम और अपर शिक्षा निदेशक से विद्द्यालय में व्याप्त अनियमितता की शिकायत
डीएम और अपर शिक्षा निदेशक से विद्द्यालय में व्याप्त अनियमितता की शिकायत
गौड़ की आवाज संवाद सुलतानपुर: जिले के वैदहा ग्राम में स्थित एक विद्द्यालय की अनियमितताओ और व्याप्त भ्र्ष्टाचार की शिकायत डीएम और अपर शिक्षा निदेशक प्रयागराज से वैदहा निवासी रवि सिंह और सोमेश सिंह ने की है। उक्त लोगो का आरोप है कि ग्राम सभा वैदहा में संचालित विद्यालय श्रीमती धनपती देवी जायसवाल इण्टर कॉलेज एक ही कैम्पस के अन्दर दो यू-डायस कोड के साथ दो विद्यालय संचालित हो रहा है। एक ही विद्यालय में दो-दो प्रधानाचार्य साथ-साथ कार्यरत हैं। उक्त विद्यालय में सही तथ्यों को छिपाकर इण्टर कॉलेज की मान्यता ली गयी है। उक्त विद्यालय में चार लिण्टरड कक्षा-कक्ष के अतिरिक्त एक जर्जर लिण्टरड कक्ष है जो कि इण्टर कॉलेज की मान्यता के मानक के अनुरूप नहीं हैं। उक्त विद्यालय में इण्टर की मान्यता के मानक के अनुसार न तो पुस्तकालय है न ही भूगोल का कोई उपकरण और कक्ष है। उक्त विद्यालय में इण्टर में सिलाई तथा गृह विज्ञान की मान्यता के मानक के अनुसार न तो कोई उपकरण है और न ही कोई कक्ष। उक्त विद्यालय में इण्टर स्तर पर मान्यता प्राप्त विषयों के पोर्टल पर दर्ज शिक्षकों की जगह अयोग्य शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य कराया जाता है। उक्त विद्यालय में शिक्षण कार्य कर रहे छात्रों के द्वारा बताया गया कि कभी भी इस विद्यालय में फल और दूध का वितरण नहीं किया गया। एम०डी०एम० का खाद्यान्न कोटेदार की सहमति से प्रबन्धक द्वारा अपने घर पर रखवाकर वहीं से बेंच दिया जाता है।सारे विद्यालयी अभिलेख प्रबन्धक द्वारा अपने घर पर रखा जाता है। इन लोगो का आरोप है कि विद्द्यालय में शिक्षण कर रहे छात्रों के अभिभावकों से जानकारी मिली है कि उक्त संस्था के प्रबन्धक द्वारा विद्यालय के समस्त कर्मचारियों का बीच-बीच में वेतन तथा इंक्रीमेन्ट (वेतनवृद्धि) रोककर मानसिक तथा आर्थिक रूप से शोषण किया जाता है।शिकायतकर्ताओं ने डीएम और अपर शिक्षा निदेशक प्रयागराज (माध्यमिक) से उक्त प्रकरण की जनहित तथा छात्रों के हित को देखते हुए उक्त विद्यालय को शासन से कोई भी अनुदान या निधि स्वीकृत न करायी जाय तथा जांच कराकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है।