अधर्म अत्याचार बढ़ता है तब भगवान जन्म लेते है अर्चना मणि पराशर
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी

अधर्म अत्याचार बढ़ता है तब भगवान जन्म लेते है अर्चना मणि पराशर
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी
भाटपार रानी देवरियाबनकटा थाना क्षेत्र के जैतपुरा में चल रहे संगीत मय राम कथा के तीसरे दिन राम जन्म की कथा सुन भक्त भाव विभोर हो गए। कथा के दौरान राम के जन्म होते ही पंडाल प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। कथा वाचिका अर्चना मणि पराशर ने कहा की जब जब इस पृथ्वी पर अधर्म बढ़ता है
और अत्याचार बढ़ जाता है तब तब वो निर्गुण निराकार परब्रह्म सभी को दुखों को दूर करने के लिए अनेकों रूप में अवतरित होते हैं। भगवान स्वयं श्रीराम के रुप में आकर बताया की कैसे गृहस्थ जीवन में परिवार के प्रत्येक सदस्य के साथ हमारा क्या धर्म है। भगवान स्वयं चार भाइयों के रूप में अपने अंश के साथ आये और उनकी शक्ति राजा जनक की पूत्री सीता के रूप आई थीं। कथा में आगे बताया कि प्रभु राम का जन्म मानव रूप में लेने के पांच प्रमुख कारण है। इसमें पहला कारण नारद मोह एवं उसका श्राप, दूसरा कारण पृथ्वी पर पाप का बढ़ जाना, तीसरा कारण जय विजय को सनकादि ऋषियों का श्राप, चौथा कारण मनु, शत्रुपा की कठोर तपस्या और वरदान, पांचवां कारण राजा प्रताप भानु, और अहिमर्दन को ब्राह्मणों का श्राप। इन्ही कारणों की वजह से भगवान राम ने पृथ्वी पर नर के रूप में जन्म लिया और सांसारिक मर्यादाओं को प्रदर्शित किया।इस दौरान अक्षैवर राय उपेन्द्र राय रामनीगना शर्मा कलिंदर राय शिवजी गुप्ता विवेक राय प्रभु गौड़ भूपेन्द्र रुपेश बिट्टू रियल बिरेंद्र राय आदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।