बनाए जा रहे हैं उत्तर प्रदेश तथा बिहार सीमा पर प्रदेश द्वार गेट में परियोग किए जा रहे हैं घटिया सीमेंट तथा दो नंबर की सरिया उसके बावजूद भी नहीं हो पा रहा है ठीक-ठाक से काम इंजीनियर के इस्टीमेट के अनुसार नहीं बन रहा है
बनाए जा रहे हैं उत्तर प्रदेश तथा बिहार सीमा पर प्रदेश द्वार गेट में परियोग किए जा रहे हैं घटिया सीमेंट तथा दो नंबर की सरिया उसके बावजूद भी नहीं हो पा रहा है ठीक-ठाक से काम इंजीनियर के इस्टीमेट के अनुसार नहीं बन रहा है

रामपुर प्रतापपुर देवरिया यूपी जनपद देवरिया के श्रीरामपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामपुर प्रतापपुर चीनी मिल के सम ऐप उत्तर प्रदेश तथा बिहार सीमा पर बनाए जा रहे हैं प्रवेश द्वार गेट जिसमें दो नंबर की सीमेंट तथा दो नंबर की सरिया प्रयोग में लिए जा रहे हैं उसके बावजूद भी द्वार गेट का खंभा बनाया गया है सरिया बांधकर कंक्रीट से की गई ढलाई के बाद एक हिस्सा का सरिया कंक्रीट से बाहर नजर आ रहा था उसके बावजूद ठेकेदार के सुपरवाइजर राज मिस्त्री को लेकर सीमेंट बनाकर उसे सरिया को ढकने के लिए करणी से सीमेंट लगाई जा रहे थे जिससे वह सरिया पहले से बाहर नजर आ रहा था जिसे जल्दी-जल्दी में ठेकेदार के मिस्त्री द्वारा सीमेंट बनाकर करने से सरिया ढकने का कार्य किया जा रहा था संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर ठेकेदार के सुपरवाइजर द्वारा यह कहा गया की सरिया सरिया धक नहीं पाई थी इसलिए अलग से सीमेंट बनाकर उसे सरिया को ढकने का कार्य किया जा रहा है लेकिन इससे आपको क्या मतलब है सरकार का काम है काम हो रही है आप जो यह प्रवेश द्वार से आपको क्या लेना देना है लेकिन यह नजर से देखने के बाद स्पष्ट हो रहा है कि जो प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं घटिया सीमेंट तथा दो नंबर की सरिया के बावजूद भी सुदृढ़ रूप से कार्य नहीं हो पा रहा है जो यह जांच की विषय है प्राप्त समाचार के अनुसार बताया जा रहा है कि रामपुर प्रतापपुर बजाज हिंदुस्तान शुगर मिल के ठीक सटे हुए पूर्व के तरफ उत्तर प्रदेश तथा बिहार सीमा स के सटे हुए प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं इसमें दो नंबर के सीमेंट तथा दो नंबर के सरिया प्रयुक्त किया जा रहे हैं या ठेकेदार तथा देखभाल अधिकारी के नजर में बनाए जा रहे हैं इससे साफ जाहिर हो रहा है कि दोनों के मिली भगत से दो नंबर के प्रवेश द्वार गेट बनाई जा रही है सिर्फ मलाई चापने का कार्य ठेकेदार तथा अधिकारी जो इंजीनियर के हिसाब से ना मैटेरिया लग रही है ना उसके हिसाब से काम हो रहे है