श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह की झांकी गाजे-बाजे के साथ निकाली गई
श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह की झांकी गाजे-बाजे के साथ निकाली गई

गौड़ की आवाज संवाददाता रिजवान अहमद जयसिंहपुर सुल्तानपुर जिले के क्षेत्र में गोसाईगंज, के उघड़पुर में अजय दुबे के घर चल रहा है श्रीमद भागवत कथा मानव को कभी भी धन,पद,प्रतिष्ठा,ऐश्वर्य का अभिमान नहीं करना चाहिए। यह ईश्वर प्रदत्त होती हैं। मनुष्य को सद्गुरु की वाणी पर विश्वास करना चाहिए। यह बातें अयोध्या से आए कथावाचक आचार्य पवन तिवारी ने कही। वे उघड़पुर में भागवत कथा के दौरान प्रवचन कर रहे थे। विश्राम दिवस पर कथा व्यास ने भगवान श्री कृष्ण से रुक्मिणी विवाह की कथा का बड़ा सुन्दर वर्णन किया। उन्होंने कहा प्रेम में परमात्मा का वास होता है। प्रेम साधन और साध्य दोनों है, लेकिन मोह में यह गुण नहीं पाया जाता है। मोह का सांसारिक पदार्थों से घनिष्ट संबंध होता है। हमें मोह का त्याग कर प्रेम की उत्कर्ष राह पर चलना चाहिए। मुख्य यजमान देवी प्रसाद दुबे ने परिवार के साथ झांकी की आरती उतारी। इस मौके पर अजय दुबे,अभय राज वर्मा राम किशोर शुक्ला, सर्वेश कांत वर्मा, रमेश वर्मा, वृजेश गौड़, पुष्पेंद्र, घनश्याम वर्मा, सूरज विश्वास, अमित दुबे, केसरी मिश्र, शशिकांत, सौरभ मिश्रा समेत बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे।