शांति से ही विश्व कल्याण संभव है – डॉ संतोष अंश
बी एड विभाग में विद्यार्थी संगोष्ठी आयोजित हुई

गौड़ की आवाज़ ब्यूरो सुलतानपुर। राणा प्रताप पी जी कॉलेज के बी एड विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का विषय वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शांति शिक्षा की आवश्यकता था। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ संतोष सिंह अंश ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस सिर्फ़ एक स्मरणोत्सव दिवस से कहीं ज़्यादा है।इस वर्ष की थीम है “शांति के लिए कार्य: वैश्विक लक्ष्यों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता”, यह एक ऐसा आह्वान है जो शांति को बढ़ावा देने के लिए हमारे संयुक्त और व्यक्तिगत कर्तव्यों को रेखांकित करता है। शांति को बढ़ावा देने से सतत विकास लक्ष्यों को साकार करने में मदद मिलती है, और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने से शांति की सार्वभौमिक संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। 2024 में मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा और नरसंहार की रोकथाम और दंड पर कन्वेंशन की 76वीं वर्षगांठ भी मनाई जाएगी। 2024 का अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस सभी युवा व्यक्तियों से सक्रिय, सकारात्मक सामाजिक एजेंट बनने, सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आंदोलन में शामिल होने और इस तरह स्थायी शांति का निर्माण करने का आग्रह करता है। एकजुट होकर, हम अपनी दुनिया को एक ऐसे भविष्य की ओर ले जा सकते हैं जो सभी के लिए अधिक हरा-भरा, अधिक निष्पक्ष, न्यायपूर्ण और सुरक्षित हो। शांति से ही विश्व कल्याण संभव है। शांति शिक्षा के प्रसार से विश्व शांति में मदद मिलेगी। अपने अहम हेतु अशांति का पथ नहीं चुनना चाहिये।हिंसा से मानवता कराहती है। संगोष्ठी में बी एड द्वितीय वर्ष के मारुत कुमार, विवेक निषाद, सौरभ निषाद, सेजल यादव, शाहीन अंजुम, शिफा खातून, इंद्रमणि मिश्रा ने पर प्रभावी रूप से अपने विचार प्रस्तुत किये। संगोष्ठी का सफल संचालन यशस्वी गुप्ता ने किया। इस अवसर पर बी एड द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी उपस्थित रहे।