4 पुलिस चौकी क्षेत्र से होकर गुजरे बदमाश पार हो गया करोड़ो के जेवरात से भरा बैग, अधिकतर आभूषण कारोबियों के यहां नहीं प्राइवेट गार्ड
4 पुलिस चौकी क्षेत्र से होकर गुजरे बदमाश पार हो गया करोड़ो के जेवरात से भरा बैग, अधिकतर आभूषण कारोबियों के यहां नहीं प्राइवेट गार्ड
गौड़ की आवाज ब्यूरो सुलतानपुर जिले के क्षेत्र में करोड़ों रुपए के गोल्ड व सिल्वर मिनटो में लूट लिए गए। वो भी शहर के हॉर्ट कहे जाने वाले चौक से। ऐसे में पुलिस की किरकिरी होना तय थी, जो रही। लूटकांड में पुलिस का फेल्योर साफ झलका भी, जिसे विपक्ष ने मुद्दा बनाकर सरकार को घेर रखा है। 48 घंटे बाद संदिग्धो को हिरासत में लेकर पुलिस लकीर पीट रही है, क्योंकि माल की बरामदगी नहीं हो सकी है। वही व्यापारी संगठन सड़क पर उतरने के लिए संगठित हो चला है।चौक एरिया दूसरे दिन राजनैतिक अखाड़ा बना रहा। सपा का प्रतिनिधि मंडल आभूषण व्यवसाई भरतजी सोनी के यहां पहुंचा तो पुलिस व सत्ता पक्ष दोनों की नींदें उड़ गई। गेंद पाले से निकलता देख बड़ी-बड़ी घटनाओ में मौके पर नहीं पहुंचने वाले माननीय स्वयं मोर्चा संभालने उतर गए। व्यापारियों से लेकर अधिकारियों तक के दफ्तर के एक साथ में उन्होंने चक्कर लगा डाले। क्या केवल इससे व्यापारी शांत होकर बैठ जाएगे? ऐसा नहीं है, क्योंकि व्यापारियों ने खुलासे के साथ माल बरामदगी की मांग पहले ही कर डाला है। उधर जितनी एक्सरसाइज दिन भर सत्ताधारियों ने की अंधेरा होते ही उस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पहुंचकर पानी फेर दिया है।लाज बचाने के लिए पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को घंटाघर चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह व चार सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है, हालांकि लापरवाही कई चौकी क्षेत्र के पुलिस कर्मियों की उजागर हुई है। सूत्रों के अनुसार बदमाशो ने भागते हुए जिस रूट को पकड़ा उस पर शाहगंज, शास्त्रीनगर, लक्षमनपुर, पयागीपुर ये चार चौकियां आती हैं आखिर यहां की पुलिस थी कहां और क्या रही थी। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस व पीआरवी टीमें कहां थी कि हाथ में असलहा लेकर लहराते हुए पांच बदमाश दो बाइको से निकल गए और पुलिस की टीमें पीछा तक नहीं कर सकी।एक वीडियो सोशल मीडिया पर घटना के बाद ही सामने आया जिसमें प्रत्यक्षदर्शी का कहना था कि दरियापुर क्षेत्र में एक बाइक पर सवार दो बदमाश लड़खड़ाए। उनके बैग से कुछ कैश व जेवरात गिरे जिन्हे छोड़कर बदमाश भाग निकले। बाद में प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को वो सामान दिया, पुलिस ने उससे पूछताछ तक किया। यही नहीं ग्यारह माह पूर्व भरतजी सोनी सर्राफ की दुकान से कुछ दूरी पर बाबा आभूषण की दुकान पर दो लाख की लूट हुई उससे अन्य सर्राफा व्यवसाईयों ने सीख क्यों नहीं ली।दरअस्ल चौक व आसपास के इलाके में डेढ़ दर्जन के करीब बड़े सोना व्यवसाई हैं, सभी पुलिस की सुरक्षा के भरोसे प्रतिदिन लाखों का बिजनेस करते हैं। एक-दो को छोड़ किसी ने अपनी दुकान पर 6-8हजार का प्राइवेट गार्ड तक खड़ा नहीं किया है। आखिर बड़े करोबारी ऐसी लापरवाही क्यों करते आ रहे हैं। व्यापारी अपनी लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए यह कहते आ रहे कि चौक व इसके इर्द गिर्द लगने वाले ठेलो से ऐसे अपराध का खतरा है। सवाल अहम है फुटपाथ पर ठेला लगाकर गुजारा करने वाले ठेले वाले ऐसे करेंगे क्यों। वैसे भी चौक क्षेत्र काफी समय से अपराध के गिरफ्त में है। वर्ष 2008 में यहां पंजाब नेशनल बैंक में दिन दहाड़े डकैती हो चुकी है। गल्ला मंडी में ग्रामीण बैंक बदमाशो के निशाने पर पूर्व में आ चुका है। एसटीएफ समेत कई जिलों की टीमें लगी नहीं मिली सफलता बता दें कि बुधवार को दिन दहाड़े भरतजी सोनी की दुकान को निशाना बनाकर बाइक सवार पांच बदमाश दो बैग में करोड़ो का जेवरात भर ले गए थे। जिसके बाद आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार और रात को एडीजी सुल्तानपुर पहुंचे थे। आईजी लगातार कैम्प किए हुए हैं। एसटीएफ यूपी के साथ अयोध्या, अमेठी व सुल्तानपुर की कई टीमें लगी हुई हैं, फिर भी अबतक कोई ख़ास रिजल्ट नहीं आ सका है।