बडौदा यूपी बैंक पर है दलालों का दबदबा
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी
बडौदा यूपी बैंक पर है दलालों का दबदबा
पूर्व शाखा प्रबंधक की गलती से खाताधारक को हुआ नुकसान
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी
भाटपार रानी देवरिया l भाटपार रानी उपनगर का चर्चाओं में रहने वाला प्रमुख बैंक बडौदा यूपी बैंक इस समय चर्चा का केंद्र बना हुआ है नगर के एक व्यापारी ने बताया कि उसका 2 लाख का सीसी लोन है जिसे वह जमा करके ऋण मुक्त होना चाहता है लोन लेते समय बैंक ने LIC का BOND बंधक के रूप में रखा था व्यापारी 2 महीना पूर्व बैंक शाखा प्रबंधक अमित कुमार से मिला और बताया कि वह अपना लोन का पैसा जमा करके ऋण मुक्त होना चाहता है और अपना LIC का BOND वापस चाहता है उसे समय शाखा प्रबंधक ने बताया कि आपने जो BOND बंधक रखा है वह बैंक द्वारा एल आई सी को भेजा जाएगा और उसका भुगतान आपके इसी खाते में आएगा व्यापारी ने कहा ठीक है उसमें जो पैसा आएगा उसको जमा करने के बाद जो शेष बचेगा हम जमा करके ऋण मुक्त हो जाएंगे इसी बीच शाखा प्रबंधक का ट्रांसफर पथरदेवा हो गया खाताधारक में समझा कि बैंक द्वारा एल आई सी का BOND भेज दिया गया होगा यह पता करने जब व्यापारी बैंक पहुंचा तो नवागत शाखा प्रबंधक ने बताया कि अभी कुछ हुआ नहीं है आप चाहे तो सीसी लोन का पूरा पैसा जमा करके अपना एल आई सी का BOND वापस ले सकते हैं इस तरह से बैंक के दो शाखा प्रबंधको द्वारा दो तरह की बातें कही गई व्यापारी यह बात 2 महीना पहले ही इस बात को शाखा प्रबंधक से कह चुका था l आखिर ₹200000 के 2 महीने का ब्याज व्यापारी कोई देना पड़ेगा शाखा प्रबंधक की गलती से भाटपार रानी के इस बैंक का विवादों से चोली दामन का रिश्ता है कारण यह है कि इस बैंक पर दलालों का पूरी तरह से दबदबा बना रहता है दलाल जिस व्यक्ति को चाहे बिना कोई सिक्योरिटी के भारी रिश्वत लेकर लोन दिला सकते हैं बैंक के कर्मचारी इनकी बातों को बड़े आदर के साथ उनके द्वारा बुलाए गए ग्राहकों का कार्य बिना किसी जांच प्रक्रिया को पूरे किए बिना ही कर देते हैं अगर बैंक में ठीक तरह से जांच किया जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा l सरकार द्वारा दिए गए योजनाओं का लाभ व्यापारियों को मिलता तो जरूर है लेकिन भारी भरकम रिश्वत देने के बाद चुकी अधिकारी यह काम सीधे रूप से ना करके वहां पर दलालों के माध्यम से करवाते हैं जिससे उन पर कोई उंगली ना उठा सके l व्यापार मंडल बैंक के इस कार्य की कड़ी निंदा करता है और संबंधित अधिकारियों से मांग करता है कि सरकार द्वारा दिए गए योजनाओं का लाभ व्यापारियों को मिले l