नामांतरण में तहसील की लापरवाही से लोग परेशान: दस्तावेज लेखक संघ ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, कहा- महीनों नहीं होती फाइलों की प्रोसेसिंग
गौड़ कि आवाज संवाददाता

नामांतरण में तहसील की लापरवाही से लोग परेशान: दस्तावेज लेखक संघ ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, कहा- महीनों नहीं होती फाइलों की प्रोसेसिंग
सुल्तानपुर में नामांतरण प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर दस्तावेज लेखक संघ ने शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान डीएम कुमार हर्ष को ज्ञापन सौंपा। संघ ने बताया कि तहसील कार्यालय में दाखिल खारिज के प्रार्थना पत्रों का निस्तारण समय पर नहीं हो रहा है।संघ के प्रतिनिधियों ने बताया कि सदर तहसील के उपनिबंधक कार्यालय में प्रार्थना पत्र जमा करने के बाद महीनों तक केस दर्ज नहीं किया जाता। केस दर्ज होने के बाद भी दाखिल खारिज का आदेश समय पर पारित नहीं होता। आदेश पारित होने के बाद भी उसे कंप्यूटर में लोड करने और नामांतरण बही में दर्ज करने में अनावश्यक विलंब किया जाता है।विशेष रूप से कृषि बैनामों की स्थिति और भी गंभीर है। शासन द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्री से तहसील कार्यालय में सीधे भेजने का प्रावधान होने के बावजूद जनवरी-फरवरी माह के कृषि बैनामों के मुकदमे अभी तक दर्ज नहीं किए गए हैं। इस विलंब से दस्तावेज लेखकों पर न केवल आर्थिक बोझ बढ़ रहा है, बल्कि बैनामा धारकों का दबाव भी बना रहता है।दस्तावेज लेखक संघ का कहना है कि केवल वही फाइलें समय पर निपटाई जाती हैं जिनकी विशेष पैरवी की जाती है, अन्यथा फाइलें महीनों बंडल में बंधी रहती हैं। संघ ने जिलाधिकारी से इस मामले की जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। इस अवसर पर दिनेश, बेलाल, विजय कुमार और अजीम सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।