मनुष्य को उसके कर्तव्यों का बोध कराती है श्री राम: अर्चना मणि
गौंड कि आवाज संवाददाता तारकेश्व नाथ गुप्ता सोहनपुर

मनुष्य को उसके कर्तव्यों का बोध कराती है श्री राम: अर्चना मणि
गौंड कि आवाज संवाददाता तारकेश्व नाथ गुप्ता सोहनपुर
देवरिया।बनकटा थाना क्षेत्र के जैतपुरा में चल रहे श्री सतचंडी महा यज्ञ के कथा विश्राम दिवस पर कथा वाचिका अर्चना मणि पराशर ने श्रीराम के चरित्र के माध्यम से कहा कि आदर्श पुत्र,पति,भाई और राजा के गुण पर आधारित है जो हमें अपने कर्त्तव्य पालन समर्पण और सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती है। आर्दश पुत्र के रूप श्रीराम को पिता के आदेश का पालन वनवासी बनकर करना पड़ा श्री राम का सीता के प्रति अटूट प्रेम समर्पण को दर्शाता है।आदर्श भाई के रूप में श्री राम ने अपने भाइयों लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के प्रति प्रेम, त्याग और समर्पण का प्रदर्शन किया।आदर्श राजा के रूप में श्री राम ने अपने राज्य अयोध्या को न्याय और धर्म के आधार पर स्थापित किया। सत्य और धर्म का पालन के लिए श्री राम ने हमेशा सत्य और धर्म का पालन किया, भले ही उन्हें कितनी भी कठिनाई क्यों न हो।श्री राम ने कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य और सहनशीलता बनाए रखी।तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में राम के चरित्र का वर्णन है, जो हमें सदाचरण और कर्तव्य पालन की प्रेरणा देता है। अन्तिम दिवस पर बधाई धरि ध्यान सुनो धनुर्धारी गारी मिथिला की ,बताव बबुआ लोगवा देत काहे गारी,मोर अंगना के सोन चिरैया चिरैया मोरे उड़ी रे चली भजन संगीत सुनाकर फले फूले आप गांव सबको राम राम के साथ जय श्री राम के साथ कथा का विश्राम कथा वाचिका अर्चना मणि पराशर ने किया।इस दौरान संतोष राय,विवेक राय,अरविन्द राय, बृजबिहारी राय, शंकर राय, जितेन्द्र गुप्ता, कृष्णा बारी, गांधी राय, वीरेंद्र पटेल, अमरदीप खरवार प्रदीप राय श्रीराम यादव आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।