चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन होगा हाथी पर, होगा शुभ – आचार्य प्रभु नाथ पांडेय
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी

चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का आगमन होगा हाथी पर, होगा शुभ – आचार्य प्रभु नाथ पांडेय
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी
भाटपार रानी देवरिया भाटपार रानी भटवापांण्डेय निवासी पंडित प्रभुनाथ पाण्डेय का कहना है इस बार चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ 30 मार्च को समापन 6 अप्रैल को होगा सनातन धर्म व संस्कृति का प्रमुख त्योहार चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ इस बार 30 मार्च को व समापन 6 अप्रैल को हो रहा है।इस बार मां दुर्गा भगवतीजी का आगमन हाथी की सवारी पर हो रहा है जो विश्व का कल्याण करने वाला और शुभफलदायी होगा। वैसे तो नवरात्र की शुरुआत 29 मार्च को शाम 4 बजकर मिनट पर हो रहा है लेकिन उदया तिथि को देखते हुए नवरात्र पर्व की शुरुआत 30 मार्च को होगा। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।वहीं दूसरा कलश स्थापना का समय अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। कलश स्थापना के लिए सबसे पहले शुद्ध मिट्टी में जौ मिला लें, मां दुर्गा के प्रतिमा के बगल में ही मिट्टी को रखकर उस पर कलश स्थापना करें।कलश में गंगा जल भरकर लौंग, दूर्वा, हल्दी की गांठ, सुपारी और एक सिक्का डालने के बाद कलश में आम का पत्ता रखकर मिट्टी का ढक्कन लगाकर उसके ऊपर चावल,गेंहू या नारियल रखें, नारियल रखने के पहले स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर लाल कपड़े से कलश को लपेटकर कलावा जरूर बांध दें।स्थापना के बाद मां दुर्गा की नियमित पूजा अर्चना करें।मां जगत जननी जगदम्बा की पूजा अर्चना जो भक्त सच्चे मन से करता है उसका मां कल्याण करती हैं