उत्तर प्रदेश

कृषि विज्ञान केंद्र (भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी) देवरिया में एकदिवसीय अन्त परिसर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

कृषि विज्ञान केंद्र (भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी) देवरिया में एकदिवसीय अन्त परिसर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

गौड़ की आवाज ब्यूरो सरसों की बुवाई सीडड्रिल से करें भाटपार रानी देवरिया भाटपार रानीआज 29 अक्टूबर 2024 को कृषि विज्ञान केंद्र (भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी) देवरिया में एकदिवसीय अन्त परिसर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ मान्धाता सिंह ने किसानों को बताया कि तिलहन जैसे सरसों की पैदावार बढ़ाने के लिए उन्नतशील प्रजातियों के साथ साथ अन्य उन्नतशील तकनीकियों जैसे मशीन से बुवाई, उर्वरकों का संतुलित प्रयोग एवं समय पर सिंचाई करना चाहिए। मशीन से बुवाई करने से बीज एवं उर्वरक उचित गहराई पर भूमि में गिरता है जिससे अच्छा उत्पादन प्राप्त होता है। कृषि विज्ञान केंद्र के सस्य विज्ञान विशेषज्ञ डॉक्टर कमलेश मीना ने कहा कि सरसों की बुवाई सीडड्रिल के द्वारा करना उचित रहता है उन्होंने बताया कि पौधे से पौधे की दूरी 25 से 30 सेंटीमीटर, कतार से कतार की दूरी 45 सेंटीमीटर एवं गहराई 2 से 2.5 सेंटीमीटर रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरसों की बुवाई के समय 50 किलोग्राम नत्रजन, 60 किलोग्राम फास्फोरस, 40 किलोग्राम पोटाश एवं 20 से 25 किलोग्राम सल्फर प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करें। बुवाई

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