अपने कर्मों के बदौलत याद किया जाता है व्यक्ति: राजन महाराज
अपने कर्मों के बदौलत याद किया जाता है व्यक्ति: राजन महाराज

गौड़ की आवाज संवाददाता सोहनपुर तारकेश्वर गुप्ताअंतरराष्ट्रीय रामकथा वाचक राजन जी महाराज ने कहा कि व्यक्ति अपने कर्मों के बदौलत याद किया जाता है। व्यक्ति के कर्म उसे अमर बना देते हैं। यह आत्मा परमात्मा में विलीन हो जाती है। लेकिन व्यक्ति अपने कार्यों,विचारों व व्यवहार के बदौलत लोगों के हृदय में सदा वास करता रहता है। राजन जी ने यह बातें शनिवार को भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के लक्ष्मण चक गांव में भाजपा गोरखपुर मंडल के क्षेत्रीय मंत्री व सिद्धार्थ नगर जिले के प्रभारी व बापू कृषक इण्टर कॉलेज कड़सरवा बुजुर्ग के प्रबन्धक हरिचरन सिंह कुशवाहा के बड़े पिता स्व० मिश्री भगत के प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि अपने पुरखों को याद करना मनुष्य का परम कर्तव्य है।स्वर्गीय मिश्री भगत गृहस्थ जीवन में रहकर सदैव गांव और समाज की भलाई के लिए प्रयासरत रहे।अतः उन्हें भुलाया नहीं जा सकता।उनकी पुण्यतिथि आयोजित कर उनकी स्मृतियों को ताजा करने वाले उनके भतीजे सहित उनके परिजन धन्यवाद के पात्र हैं।श्रीमद्भागवत के श्रीरामचरितमानस कथावाचक पं० घनश्यामानन्द ओझा ने कहा कि स्व० मिश्री भगत एक व्यवहारकुशल व मिलनसार व्यक्ति थे। वहीं हरिचरन सिंह कुशवाहा सहित रामबली सिंह व राज नारायण सिंह ने आए हुए अतिथियों व अन्य लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्य रूप से विधायक सभा कुंवर कुशवाहा,भाजपा नेता अजय कुमार दुबे, सुरेश तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, हृदयालाल शर्मा, सुरेश तिवारी, राजवंशी पटेल, विनोद सिंह, वीरेश सिंह, संतोष गुप्ता, शिक्षक प्रेमचंद कुशवाहा,हरेन्द्र सिंह, गुलाबचंद मिश्र, संदीप कुमार, श्रीप्रकाश कुशवाहा, विभूति नारायण सिंह,विवेक सिंह,प्रदीप कुशवाहा, चन्दन कुशवाहा,आदर्श सिंह बड़े ,कौशली देवी,सुभावती देवी,निर्मला देवी,मुखिया देवी,तेतरी देवी,ज्ञानती देवी,रुद्रांश, निकिता,अंकिता, नन्दिनी सहित भारी संख्या में ग्रामीण व क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।