उत्तर प्रदेश
देवउठनी एकादशी: मांगलिक कार्यों की शुरुआत, साथ ही बड़ी बनाने की परंपरा
देवउठनी एकादशी: मांगलिक कार्यों की शुरुआत, साथ ही बड़ी बनाने की परंपरा
गौड़ की आवाज संवाद सुल्तानपुर। देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, भगवान विष्णु के योगनिद्रा से जागने का पर्व के साथ मां’ लक्ष्मी की पूजा अर्चन की जाती है। पंडित कृष्णकांत मालवीय ने कहा इस दिन से विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों का शुभारंभ होता है। इसी दिन से “बड़ी” बनाने की परंपरा भी विशेष रूप से उत्तर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में निभाई जाती है। बेसन और मसालों से तैयार बड़ी को धूप में सुखाकर ठंड के मौसम में स्वादिष्ट पकवानों में उपयोग के लिए संग्रह किया जाता है। श्री मालवीय ने बताया “यह दिन हमारे सांस्कृतिक और धार्मिक जीवन में नई ऊर्जा का संचार करता है और पारंपरिक खानपान को संरक्षित करने का भी अवसर है।”