सुरौली में हुई शब्बेदारी, रात भर गूंजी या हुसैन की सदा
सुरौली में हुई शब्बेदारी, रात भर गूंजी या हुसैन की सदा
गौड़ की आवाज संवाद सुल्तानपुर के गोसाईंगंज थाना अंतर्गत सुरौली गांव में अंजुमन अब्बासिया की ओर से बीती रात शब्बेदारी का आयोजन किया गया। जिसमे जिले भर से आई अंजुमनो ने नौहा-मातम किया। रात भर यहां या हुसैन की सदाए गूंजती रही।इमामबाड़ा अबूतालिब में बुलंदशहर सांखनी से आए मौलाना मिर्जा मनाज़िर नजफी ने मजलिस को ख़िताब किया। अपने सम्बोधन में मौलाना ने कहा पैग़म्बर मोहम्मद ने कहा था मैं अपने बाद दो चीजे छोड़कर जा रहा हूं, एक कुरआन दूसरे अपने अहलेबैत। अहलेबैत को अल्लाह ने चुना सिलेक्शन किया था। लेकिन पैगम्बर के पर्दा करने के बाद इलेक्शन हुआ। मौलाना ने कहा आज फाइव जी के जमाने में तो इलेक्शन में फ्रॉड हो जा रहा है, वैसे ही चौदह सौ साल पहले इलेक्शन में फ्रॉड हुआ। एक तरफ इलेक्शन से चुने हुए थे एक तरफ अल्लाह की ओर से सिलेक्शन किए हुए। अल्लाह के सिलेक्ट किए हुए को छोड़ा गया। यह सिलसिला चलते हुए इमाम-ए हुसैन तक आया। मौलाना ने कहा कि इमाम हुसैन की शहादत के बाद असर ये हुआ कि उनके नाना की जगह को जिस यजीद और उसके बाप ने कब्ज़ा कर रखा उसको यजीद के बेटे ने यह कहकर ठोकर मार दिया कि ये तख़्त खूने हुसैन ने सना हुआ है। शब्बेदारी में बाद मगरिब एक तक़रीर हुई जिसे डॉ इशतेयाक अंसारी ने सम्बोधित किया। वही तकरीर को मौलाना मोहम्मद सिब्तैन ने ख़िताब किया। शब्बेदारी का संचालन हसन वास्ती और पेशखानी मुन्नववर जलालपुरी, अमन सुल्तानपुरी व साहेबे आलम ने की।शब्बेदारी में हैदरिया मनियारपुर, अज़ाए हुसैन सुरौली, लश्करे अब्बास जगदीशपुर, मोहम्मदिया तकिया सुरौली, परचमे अब्बास शंकरपुर, ज़ीनतुल अजा अलीगढ़, रिज़विया हसनपुर, सिपाह-ए हुसैनी भनौली, असगरिया अमहट, मज़लूमे हुसैनी छतौना, गुलजार-ए हुसैनी अली नगर, हुसैनिया माल्हा, जाफरिया हयातनगर, गुंचए करबला गुलाबगंज ने नौहा खानी व सीना जनी की। यहां रात भर रजा हॉस्पिटल की ओर से मुफ्त मेडिकल कैम्प भी लगाया गया।