हिंदी दिवस पर शैलेश मुसाफिर के काव्य संग्रह ‘तुम्हारे बिना’ का विमोचन समारोह संपन्न
हिंदी दिवस पर शैलेश मुसाफिर के काव्य संग्रह 'तुम्हारे बिना' का विमोचन समारोह संपन्न

गौड़ की आवाज राज बहादुर राना सुलतानपुर जिले के क्षेत्र में संकट मोचन विद्यालय करिया बझना सुलतानपुर में हिंदी दिवस के अवसर पर साहित्य और संस्कृति के संगम का अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब प्रसिद्ध गीतकार शैलेश मुसाफ़िर के पहले काव्य संग्रह ‘तुम्हारे बिना’ का भव्य विमोचन समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर जिले के प्रतिष्ठित साहित्यकारों, शिक्षाविदों और पाठ्यपुस्तक लेखकों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। जिले के सम्मानित पाठ्य पुस्तक लेखक सर्वेश कान्त वर्मा ‘सरल’ ने संग्रह के विषय-वस्तु और शैलेश मुसाफ़िर की लेखनी की तारीफ़ करते हुए कहा कि “यह संग्रह पाठकों को दिल से जोड़ने में सक्षम है।सुप्रसिद्ध लेखिका कांती सिंह जी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, “शैलेश मुसाफ़िर की कविताएँ दिल की हृदय की छूट लेने वाली हैं। युवा कवि सौरभ मिश्र ‘विनम्र’ ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।विद्यालय के प्रबंधक श्री सुरेन्द्र प्रताप जी और प्रधानाचार्य जे.पी. वर्मा, आशीष सिंह, प्रमोद सिंह जी की समारोह में गरिमामयी उपस्थिति रही। हिंदी साहित्य के उत्थान और विद्यालय में इस तरह के साहित्यिक आयोजनों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।समारोह के अंत में शैलेश मुसाफ़िर ने अपने काव्य संग्रह से कुछ चुनिंदा कविताओं का पाठ किया, जिससे श्रोताओं ने मंत्रमुग्ध होकर सुनने का आनंद लिया।विद्यालय परिवार की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया। सभी अतिथियों और श्रोताओं ने हिंदी दिवस पर इस साहित्यिक उपहार को सराहा।इस भव्य आयोजन ने न केवल हिंदी साहित्य के प्रति सम्मान को बढ़ाया, बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी साहित्य से जुडने को उत्सुकता प्रदान किया। तुम्हारे बिना -लेखक की अनुपम कृति है।