बाबू बंधी गांव मेआग लगने से लगभग 95बीघा गेहूं जल कर राख मौके पर पहुंचे क्षेत्रिय विधायक ने जाना हाल
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी

बाबू बंधी गांव मेआग लगने से लगभग 95बीघा गेहूं जल कर राख मौके पर पहुंचे क्षेत्रिय विधायक ने जाना हाल
गौंड कि आवाज संवाददाता चन्दन कुमार गुप्ता भाटपार रानी तहसील प्रभारी
भाटपार रानी देवरिया भाटपार रानी खामपारथाना क्षेत्र अंतर्गत बाबु बंधी में ईट भट्ठा के दक्षिण। तरफ आग लगने से करीब 95बीघा गेहूं जल कर राख हो गई मौके पहुंचे ग्रामीणों ने बड़ी मस्सकत के बाद आग पर काबू पाने में सफल रहे आनन फानन में लोगों में फायर ब्रिगेड को फोन किया लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझ गई तब पहुंची हल्का लेखपाल तथा वर्तमान विधायक सभाकुवर कुशवाहा ने पहुंचकर मौके का। निरीक्षण किया जिसमे सबसे ज्यादा नुकसान काली प्रसाद यादव पुत्र स्व कवलेश्वर यादव का करीब 8एकड़ हु़वा है इसी क्रम में राजबसंत गौड़ पुत्र दुखी गौड़, गोरख गौड़ पुत्र बृंदा गौड़, तीर्थराज पुत्र रामराज प्रसाद, संजय पुत्र जवाहिर, अशोक प्रसाद पुत्र रामरतन, हरेन्द्र यादव पुत्र राधा , महेन्द्र पुत्र राधा, बांका यादव पुत्र रामजी यादव, बीरबल पुत्र रामजी यादव, दीपू यादवपुत्र बनारसी यादव, काशी यादव पुत्र झब्बू यादव, सुदर्शन यादव पुत्र झब्बू यादव, कोमल पुत्र सुदर्शन, लाउंगी देवी पत्नी नरेश यादव, रामबली यादव पुत्र भगन यादव, रामदेव पुत्र भगन, स्यामदेव पुत्र भगन, हरदेव पुत्र भगन, पारस पुत्र फौजदार, चंद्रेश्वर पुत्र घुरवाटी, रविन्द्र पुत्र विश्वनाथ, रामाश्रय पुत्र चंद्रिका, जगदीश पुत्र भागवत , पहवारी पुत्र भागवत, शम्भू पुत्र भागवत, अनिरुद्ध पाठक पुत्र सत्यदेव, तारकेश्वर पाठक पुत्र सत्यदेव, पंचानन्द पुत्र सत्यदेव, ब्यास तिवारी पुत्र कपिलदेव, अक्षयबर पुत्र कपिलदेव, देवेंद्र पुत्र कपीलदेव, बिपिन पुत्र सुग्रीव तिवारी, कमलावती पत्नी वीरबली, नीतिश तिवारी पुत्र सुग्रीव तिवारी, सूर्यभान पुत्र सुग्रीव, प्रिन्स पुत्र सुग्रीव, मंजु देवी पत्नी सुग्रीव, राकेश तिवारी पुत्र सूर्यदेव तिवारी, डबलू पुत्र सूर्यदेव, लाली देवी पत्नी सूर्यदेव, मिंटु पुत्र सूर्यदेव, विक्रमा यादव पुत्र शिवबच्चन यादव, रामेश्वर यादवपुत्र शिव बच्चन यादव, केशव पुत्र तिलक यादव, गौतम यादव पुत्र तिलक यादव, लखराजिया देवी उक्त सभी लोगों का नुकसान हुआ है जिन लोगों के खेत जले हैं समझिए उनके ऊपर बहुत बड़ी एक आपदा है क्योंकि गेहूं पूरी तरह से पक गए थे अब बस कुछ ही दिनों में फसल काटने की तैयारी में लोग लगे थे तब तक शायद होनी को यह मंजूर न हुआ और किसानो की फसल जलकर राख हो गई