दस साल का राशिद चार साल पूर्व से रह रहा रोजा
गौड़ की आवाज संवाददाता सोहनपुर देवरिया तारकेश्वर गुप्ता

दस साल का राशिद चार साल पूर्व से रह रहा रोजा
गौड़ की आवाज संवाददाता सोहनपुर देवरिया तारकेश्वर गुप्ता
खुखुंदू कम उम्र में मां के दुनिया से चले जाने के बाद व पिता के अचानक बीमार होने के चलते उनके स्वस्थ होने की कामना को लेकर 10 साल का राशिद लगातार रोजा रह रहा है। वह पाचो वक्त का नमाज अदा कर अल्लाह से अमन चैन की दुआ मांगता है। 24 वां रोजा पूरा होने पर उसने आसपास के लोगों को मिठाई खिलाया और उपहार दिया साथ ही पिता के साथ दुकान में हाथ भी बटाता है।
थाना क्षेत्र के खजूरी गांव के रहने वाले शेर मुहम्मद का दस वर्ष का छोटा बेटा राशिद हुसैन 2 वर्ष की उम्र का था, तभी उसकी मां का देहांत हो गया। जब वह थोड़ा बड़ा हुआ तो परिवार की स्थिति बहुत ठीक नहीं रही। पिता जनरल स्टोर की दुकान चलते हैं। इसी बीच उनकी भी तबीयत खराब रहने लगी। 6 साल की उम्र में ही पहली बार राशिद हुसैन रोजा रखना शुरू कर दिया। पिता पहले विदेश रहते थे। मां के देहांत के बाद वह गांव चले आए, और दुकान कर ली। तबीयत ठीक न रहने के चलते राशिद के मन में भाव जागा की रोजा रहकर प्रार्थना करने से पिता की तबीयत ठीक हो सकती है, और परिवार की दशा भी बदल सकती है। इसको मन में ठान वह पहले दिन से ही रोजा रखना शुरू कर दिया। मंगलवार को रमजान माह के अपने 24 वा म रोजा को पूरे हकीकत और इस्लामी तौर तरीके से पूरा किया। साथ ही बाजार स्थित दुकान में भी पिता का हाथ बटाता है। इस कम उम्र के बालक को देख सभी को उसके प्रति आदर भाव जाग उठता है, कि कम उम्र का बालक भी अपने धर्म व परिवार के प्रति कितना जागरुक है, और सभी बालक की कदर करते हैं।