शहर में माता सीता एवं मंदोदरी विवाह प्रसंग का प्रस्तुत हुआ अनूठा मंचन, मंत्रमुग्ध हुए लोग
शहर में माता सीता एवं मंदोदरी विवाह प्रसंग का प्रस्तुत हुआ अनूठा मंचन, मंत्रमुग्ध हुए लोग

गौड़ की आवाज संवाद सुल्तानपुर में शुक्रवार देर शाम शहर के रामलीला मैदान में आयोजित ऐतिहासिक रामलीला में प्रभु श्रीराम की प्रेरक कथाओं का मंचन किया गया। रामलीला के नाट्य कर्मियों ने माता सीता एवं मंदोदरी विवाह प्रसंग का अनूठा मंचन प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं प्रभु श्री राम माता जानकी एवं लंकेश्वर एवं मंदोदरी की नाट्य प्रस्तुति को देखने के लिए अपार भीड़ उमड़ी। न सिर्फ बच्चे बल्कि पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी देर रात तक प्रेरक नाट्य मंचन का आनंद लिया और प्रभु श्री राम भ्राता लक्ष्मण की मंच पर आरती उतारी।दरअसल डिजिटल युग में भी प्रभु श्रीराम की प्रेरक कथाओं का शहर में रामलीला मैदान के मंच पर नाट्य मंचन का सिलसिला जारी है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 30 सितंबर से श्री श्री 108 बाबा सागर दास आदर्श रामलीला मण्डल हनुमानगढ़ी अयोध्या के नाट्य कर्मियों द्वारा भगवान श्री राम की कथा पर आधारित प्रेरक-प्रसंगों का अनूठा मंचन किया जा रहा है। देर शाम आरम्भ होने वाले रामलीला मंचन को देखने के लिए न सिर्फ शहर बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी लोग अपने पारिवारिकजनों के साथ रामलीला देखने आ रहे हैं।वहीं रामलीला मैदान के मंच पर श्री रामलीला ट्रस्ट समिति के पदाधिकारियों ने प्रभु श्री राम की आरती उतारी। मेला व्यवस्थापक हरिब्रत मिश्रा ने बताया कि आज के इस युग मे गिरते हुए मानव मूल्य,टूटता एवं बिखरता परिवार, छिन्न-भिन्न होती हुई सामाजिक व्यवस्था का वातावरण बना हुआ है। ऐसे समय में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम, माता जानकी के त्याग, प्रेम व जीवन आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए श्री रामलीला का मंचन सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है और इस 15 दिवसीय मंचन को देखने के लिए आज भी लोगों में खासा उत्साह दिखाई देता है प्रतिदिन लोग दूरदराज से आते हैं और देर रात तक श्री रामलीला के प्रेरक प्रसंग पर आधारित नाट्य मंचन को देखकर आनंदित होते हैं।