लम्भुआ में जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार करोड़ों खर्च के बाद भी टोटियां हैं सूखी
लम्भुआ में जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार करोड़ों खर्च के बाद भी टोटियां हैं सूखी

गौड़ की आवाज ब्यूरो लंभुआ सुलतानपुर जिले के क्षेत्र में जल जीवन मिशन’ योजना केंद्र सरकार के ड्रीम प्रॉजेक्ट में एक है। मार्च 2024 में इस कार्य योजना को पूर्ण होना था। यानी ‘हर घर जल’ पहुंच जाना था। लेकिन सरकार का ये सपना भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया। कागज पर 80-90 फीसदी कार्य सम्पन्न हो चुका है, जमीन पर स्थिति ये है कि अभी सप्लाई की पाइपे गांव-गांव सड़क किनारे पड़ी हैं।
हम आपको जिले की लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र में केंद्र की इस महत्वाकांक्षी योजना का सच दिखाते हैं। यहां पर ग्रामीणों ने घटिया निर्माण का आरोप लगाया है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में कार्य योजना का निर्माण अधूरा है और ठेकेदारों को करोड़ों रुपये के भुगतान कर बड़ा खेल किया गया है। ऐसे में यहां जल जीवन मिशन योजना सिर्फ कागजों में सफलता की कहानी गढ़ रही है। लम्भुआ मुख्यालय से सटी कई ग्राम पंचायतों में योजना का हाल बेहाल है। ग्रामीण बताते हैं इसमें करोड़ का खेल अधिकारी और कर्मचारी कर रहे हैं। हाल ही में इसी योजना को लीड कर रहे अधिशाषी अभियंता की हत्या कर दी गई थी।
स्थानीय विकासखंड मुख्यालय से लगे ग्राम गौहनी, दुल्हापुर, वैनी, सैतापुर सराय, नरेंदापुर, परसीपुर, चौकिया, केशवपुर, नूरमपट्टी आदि क्षेत्रों में जल जीवन के तहत ठेकेदारों ने पाइप लाइन का विस्तार कर गांव के कुछ घरों पर स्टैंड पोस्ट घर के बाहर जगह जगह लगा दिया। लेकिन पानी की एक बूंद नहीं आ रही है। जल जीवन मिशन के अधिकारियों ने विकासखंड के 43 ग्राम पंचायतो में प्रधानों के हस्ताक्षर कराकर पेमेंट ले लिए हैं।
लंभुआ विकासखंड के सैतापुर सराय में जल जीवन मिशन से बना हुआ नलकूप परिसर झाड़ियां से घिरा हुआ है, मुख्य रास्ता कीचड़ और गंदे पानी से लबालब है। यहां से करीब 6 किमी दूर गांव तक पानी सप्लाई पाइप बिछाई गई है जगह-जगह टोटिया भी लगी हैं। यह पाइप रास्ते में कई जगह जोड़ के रूप में खोली गई है जिन्हे ठेकेदारों ने आपस में कनेक्ट भी नहीं किया है। खुदी सड़के आने जाने वालों के लिए घटना का सबब बनी हुई है। महेश कुमार ने बताया कि घर-घर पानी पहुंचाने वालों ने सड़क खराब करके रख दी है। गांव निवासी सुमित्रा ने बताया कि पानी सप्लाई की पाइप गांव में दिखाई दे रही है। पानी नहीं पहुंचा है, आधार कार्ड लेकर गए हैं टोटी नहीं लगाए हैं। वही सरकारी नल पर कपड़े धो रही महिला ने बताया कि सरकार का पानी घर-घर पहुंचने की योजना फेल दिख रही है। केवल बड़ी-बड़ी टीवी में प्रचार दिखाई देता है। नल का उपयोग कर रहे अनुराग मिश्रा ने बताया कि बगल तक पानी पहुंचाने का टोटी दिखाई दे रहा है परंतु हम लोगों के घर तक नहीं पहुंचा है।। वहीं प्राथमिक विद्यालय, आंगनवाड़ी और पंचायत भवन सामुदायिक शौचालय पर भी जल जीवन मिशन का पानी नहीं पहुंचा है। जबकि जल जीवन मिशन द्वारा जारी वेबसाइट की माने तो हर घर जल बाकायदा घर-घर पहुंच रहा है। जिसके लिए लाखों रुपए का भुगतान भी कर लिया गया है।