सुलतानपुर रत्न साहित्यकार माधवदास को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
सुलतानपुर रत्न साहित्यकार माधवदास को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

गौड़ की आवाज राज बहादुर राना सुलतानपुर श्याम चरित मानस लोक साहित्य न्यास के तत्वावधान में बनमई,देवरार भटमई,पावर हाउस जयसिंहपुर सुलतानपुर में प्रख्यात साहित्यकार माधवदास की समाधि पर तृतीय पुण्यतिथि पर हुई श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता माधव घराना प्रमुख जय नरायन यादव ने किया।कुशल संचालन संस्था के सचिव,पाठ्य पुस्तक लेखक सर्वेश कान्त वर्मा सरल ने किया। बताते चलें कि सुलतानपुर रत्न से सम्मानित माधवदास का जीवन बड़ा संघर्षमय रहा। ईमानदार छवि, कर्मठशील, मानवतावादी दृष्टिकोण, समाज सेवी, एक अच्छे गायक, अवधी और भोजपुरी विधा के काव्य लेखन में पारंगत माधवदास हर मुसीबत का सामना करते हुए लेखनी अनवरत चलाते रहे। इनके शिष्यों में नृत्य कलाकार,गायक,कवि और विद्वान कथाकार भी हैं जो आज सरकारी गैर-सरकारी संस्थाओं प्रतिष्ठानों अपनी विधा का प्रदर्शन कर प्रांतीय,राष्ट्रीय,अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान अर्जित कर रहे हैं।गांव बनमई सुलतानपुर में 11नवम्बर 1948 में जन्मे आदर्श व्यक्तित्व और बहुमुखी प्रतिभा के धनी माधवदास 22अगस्त 2021 को ब्रह्मलीन हो गये।उनकी पुण्यतिथि पर उनके शिष्य गण,सगे संबंधी,घर परिवार, समाज के संभ्रांत व्यक्तियों ने पहुंच कर उनकी समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दिया और उनके द्वारा कला कौशल और साहित्य को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। माधवदास ने श्याम चरित मानस महाकाव्य और सेतुबंध रामेश्वरम खंडकाव्य की रचना करके सुलतानपुर की धरती को गौरवान्वित किया। राम यश यादव, राज बहादुर राना,लल्लन निषाद, नागेन्द्र यादव,शिव प्रसाद, हरिप्रसाद, छविलाल पाल, कल्लू निषाद योग्य शिष्यों ने उनकी कृति, उपलब्धि और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। अध्यक्षीय संबोधन में जय नरायन यादव ने कला एवं संस्कृति संरक्षण का संकल्प लिया तो उनके सुपुत्र न्यास के अध्यक्ष पवन कुमार यादव ने सबका आभार ज्ञापित किया तो संरक्षक ओमप्रकाश यादव ने फोन के माध्यम से सबको अभिनंदन प्रेषित किया। कार्यक्रम में ग्रामवासी गण हरिराम, उमेश यादव, आदित्य यादव, रवि यादव, बृजेश यादव,शिव कुमार, जोखूराम, जय बहादुर, मानस कंज, निवी कंज, सभाजीत,अजय यादव भूतपूर्व प्रधान कारेबन, गुड्डू यादव सहित संभ्रांत व्यक्तियों की उपस्थिति आदरणीय रही।