नन्हे मुन्ने बच्चों का प्लेग्राउंड बना सरकारी कार्यालय, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के केवाईसी अपडेट का सच
नन्हे मुन्ने बच्चों का प्लेग्राउंड बना सरकारी कार्यालय, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के केवाईसी अपडेट का सच

गौड़ की आवाज मंडल ब्यूरो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के उपभोक्ताओं की पात्र गृहस्थी और अंत्योदय राशन वितरण योजना पर ग्रहण क्या लगा पूरा परिवार डाकघर में जम गया है। सुल्तानपुर में बच्चों ने प्रधान डाकघर की फर्श को प्लेग्राउंड और बेडरूम बना लिया है। काउंटर नहीं बढ़ने से 8 घंटे से अधिक समय तक महिलाएं और बच्चे कतार में लेकर आधार अपडेट करने में जुड़ गई है। प्रशासन व्यवस्था के प्रति बेपरवाह बना हुआ है।दरअस्ल सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत पात्र गृहस्थी और अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को प्रतिमा गेहूं और चावल दिया जाता है। त्योहारों पर चीनी भी वितरित की जाती है। लेकिन शासन की तरफ से फर्जी कार्ड धारकों की छटनी को लेकर आपूर्ति महकमा सख्त हो गया है। केवाईसी अपडेट के बिना अंगूठा नहीं लग रहा है। सरकारी दुकानों पर और गरीबी और इससे नीचे के परिवारों को राशन नहीं मिल रहा है। खुराक बंद होते ही छोटे-छोटे बच्चों को लेकर मां और पिता आधार कार्ड अपडेट करने के लिए प्रधान डाकघर पहुंच गए हैं। जहां पर 8 से 10 घंटे की लंबी कतार लोगों को लगानी पड़ रही है । प्रशासन की तरफ से काउंटर बढ़ाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।इसे लेकर एक अनाथ आश्रम या रेलवे स्टेशन की तरह प्रधान डाकघर दिखाई दे रहा है। अव्यवस्था के बोल वाले के चलते उपभोक्ताओं को तमाम समस्याएं उठानी पड़ रही है। सुल्तानपुर समेत पड़ोसी जनपदों में भी कमोबेश यही स्थिति देखी जा रही है। वहीं जिला प्रशासन हो या सप्लाई ऑफिस प्रकरण पर मूकदर्शक बना हुआ है।।इस बाबत हेड पोस्ट मास्टर ज्ञान प्रकाश ने बताया कि दो-दो काउंटर खोले गए हैं, दोनों काउंटर पर निरंतर कार्ड बन रहा है। एक घंटे टाइम बढ़ा दिया गया है। नौ बजे से छ बजे तक बनता है और छ बजे के बाद जो शेष बचे रहते हैं उनका बनाकर ही हम लोग यहां से जाते हैं।डीएम का आदेश है सारी बैंक आधार बनाए लेकिन यह पोस्ट ऑफिस में ही आ रहे हैं।