शिकायत निवारण के लापरवाही में पीएचईडी जेई पर पन्द्रह सौ फाइन

गौड़ की आवाज, ब्यूरो प्रमुख कैमूर, बिहार। बिहार सरकार द्वारा शिकायत के निवारण के लिए बनाए गए प्लेटफार्म लोक शिकायत निवारण भी अब दिन प्रतिदिन उदासीन होता जा रहा है। इसका ताजा तरीन उदाहरण लोक प्राधिकार की आठ तिथियां पर ना उपस्थित होना है। जिसमें सम्मन भी जारी किया गया है। मामला भगवानपुर प्रखंड के अरारी गांव का। बुनियादी सुविधाओं के अभाव यानी नाली गली के निर्माण, स्वच्छ पेयजल की मांग को लेकर सरकार से मुरलीधर चतुर्वेदी ने ऑनलाइन शिकायत कर दी। जीस शिकायत पर अवर प्रमंडल भभुआ, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के सहायक अभियंता दिग्विजय कुमार पर कार्य मे लापरवाही व उदासीनता को लेकर लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम 2015 के तहत 1500 रुपए दंड अधिरोपित किया गया है। जिसे एक सप्ताह के अंदर जमा करते हुए जिलाधिकारी को अवगत कराने का भी निर्देश है। अब देखना यह है कि दंड की राशि दे देने के बाद शिकायत का निवारण हो जाता है या सिर्फ राशि जमा करने के बाद शिकायत के निवारण से संबंधित अधिकारी वंचित हो जाते हैं।