जयगुरुदेव सत्संग समारोह में उमड़ी भीड़
संत पंकज जी महाराज ने दिया भजन का संदेश

G.K.A उमेश कुमार सिंह जौनपुर । विकास खंड रामनगर के ग्राम गुतवन मेला मैदान में जयगुरुदेव सत्संग समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर संत पंकज जी महाराज ने कहा कि जब हम संसार में पैदा होते हैं तो न कोई जाति-बिरादरी लेकर आते हैं और न कोई कौम, मजहब लेकर आते हैं। सिर्फ नंगे रोते हुए पैदा होते हैं। बाद में जब बड़े होते हैं तो मन, बुद्धि और चित्त से जब हमारे अंदर चेतना आती है तब हमारा नाम पड़ जाता है। संत पंकज जी महाराज ने कहा कि संसार की वस्तुएं इकट्ठा करने में लग जाते हैं। लेकिन स्वांसों की पूंजी एक निश्चित समय के लिए मिली है। समय पूरा होते ही यमदूत आएंगे और इस शरीर से जीवात्मा को निकालकर अलग कर देंगे। उस समय न जमीन-जायदाद काम आएगी और न जाति-बिरादरी काम आएगी। उन्होंने कहा कि कलयुग की साधना सुरत शब्द योग के द्वारा ही जीवात्मा की संभाल संभव है। इसीलिए अपने जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने गुरु का स्थान सर्वोपरि बताया। गुरु लोक-परलोक दोनों के साथी हैं इसीलिए गुरु पर भरोसा रखकर जो साधना का रास्ता बताया गया है उसे नित्य नियम से करें। कार्यक्रम के अंत में संत पंकज जी महाराज ने आगामी 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक पांच दिवसीय सत्संग मेला में आगरा-दिल्ली बाईपास मथुरा पधारने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर ऋषिदेव श्रीवास्तव, अरुण कुमार वर्मा, बालेन्द्र मिश्र, लाल चन्द पाल, राम सहारे मौर्य, मनोज मौर्य, सुनील कुमार मौर्य आदि मौजूद रहे। आयोजन में श्री बृजभूषण सिंह का सहयोग रहा। कार्यक्रम के बाद धर्म यात्रा अगले पड़ाव मई डीह के लिए प्रस्थान कर गई। यहां आज दोपहर 12 बजे से जवाहर लाल यादव की बाग में सत्संग कार्यक्रम होगा।