महामृत्युंजय जाप और सरस कवि सम्मेलन संपन्न

लम्भुआ गौड़ की आवाज ब्यूरो सुलतानपुर: जिला के जनपद के लम्भुआ तहसील क्षेत्र के गांव जयपालपुर ,कुबेरशाह पट्टी में बैजनाथ साहित्यिक मंच सुलतानपुर के तत्वावधान में 18अक्टूबर 2025 धनतेरस पर्व पर सरस कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता राजर्षि हनुमान प्रसाद सिंह अभिषेक और मुख्य अतिथि लोक भूषण आद्या प्रसाद सिंह प्रदीप विशिष्ट अतिथि के रूप में रमेश यादव उप शिक्षा निदेशक, सुनील श्रीवास्तव आयकर अधिकारी मंचसीन रहे।कुशल संचालन कवि हरिनाथ शुक्ल हरि ने किया।संस्था की संस्थापिका काव्यानुरागी विदुषी सुनीता श्रीवास्तव पत्नी अनिल श्रीवास्तव तीब्र बीमारी से राहत मिलने से अपने आवास पर सप्ताह भर से चल रहे महामृत्युंजय जाप पूर्णाहुति के उपरान्त कवि सम्मेलन और भण्डारे का आयोजन किया। पधारे कवियों और विशेष अतिथियों का अंगवस्त्र, पुष्प पत्र से सम्मान किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रतिभा पाण्डेय की वाणी वंदना से हुआ। कवियत्री सपना मिश्रा ने-मेरी आवाज को एक नई आवाज दे देना। राज बहादुर राना ने-महुआ महरानी नमो नमः ,पढ़के नशे पर व्यंग्य प्रहार किया।अनुपम द्विवेदी-द्वार खुला जंगल ज्यों ही।पवन कुमार सिंह ने अवधी कविता-अबहु का भारत देश महान। गजलकार दिनेश तिवारी दानिश-भावना प्यार की मर न जाए। राजेन्द्र पाण्डेय गड़बड़ ने जवान किसान की गौरव में -दुइनौ देशवा कै शान,पढ़ा।अमन सुल्तानपुरी ने-ओ ही भगवान है दुनियां को चलाने वाला।महान साहित्यिक विभूतियों आशुकवि मथुरा प्रसाद सिंह जटायु, डॉ ओंकार नाथ द्विवेदी, डॉ सुशील कुमार पाण्डेय साहित्येन्दु,नरेंद्र शुक्ल, डॉ राम प्यारे प्रजापति,राम गोपाल शुक्ल तपिश,अर्जुन पाण्डेय, डॉ सरिता सिंह ने अपने उत्कृष्ट विचारों और काव्य धारा में जन मानस को सराबोर कर खूब तालियां बटोरी। अध्यक्षीय संबोधन में अभिषेक ने साशिर्वाद समापन किया।